क्या आप जानते हैं कि सामान्य सा लगने वाला हमारा सिर दर्द कई गंभीर परिणाम भी पैदा कर सकता है आधे सिर का दर्द या माइग्रेन के लक्षणों को हम कैसे पहचान सकते हैं क्या भयंकर सिरदर्द के प्रभावी समाधान के रूप में घरेलू उपचार मौजूद है या फिर इसका इलाज तेज एलोपैथिक दवाएं हैं इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए दोस्तों आपको यह वीडियो अंत तक जरूर देखनी होगी मैं पवन शर्मा आज आपसे इस गंभीर सिरदर्द यानि माइग्रेन से संबंधित पूरी विश्वसनीय जानकारी साझा करूंगा
दोस्तों इस दौड़ती-भागती जिंदगी की नित नई चुनौतियों के बीच कभी-कभी हम सभी को सिर दर्द भी हो जाता है लेकिन जब यह स्थिति बार-बार और तेजी से उठने वाले सिरदर्द में बदल जाए तो यह माइग्रेन का दर्द हो सकता है ऐसे में इसे नजरअंदाज करना बिल्कुल भी सही नहीं है क्योंकि देर-सवेर यह माइग्रेन काफी तकलीफदेह सिरदर्द बन सकता है दोस्तों उम्र के किसी भी पड़ाव में माइग्रेन से आप ग्रस्त हो सकते हैं युद्ध के अनुसार करीब आधे विश्व की आबादी में माइग्रेन के लक्षण हैं और इन्हें भी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में माइग्रेन की संभावना तीन गुणा अधिक है दोस्तों आइए अब जानते हैं माइग्रेन के तेज सिरदर्द से पहले आने वाले कुछ लक्षण क्या होते हैं तेज रोशनी ऊंची आवाज लें या तेज खुशबुओं के प्रति संवेदनशीलता सामान्य के मुकाबले अधिक थकान अनुभव करना अचानक से भूख में कमी आ जाना या ज्यादा भोजन की लालसा होना अधिक प्यास लगना लगातार तनाव या घबराहट शरीर में सूजन सहित पाचन तंत्र अनियमित होने जैसे लक्षण माइग्रेन से संबंधित बताए गए हैं इनके अलावा शरीर के ऊपरी भाग में झनझनाहट या बार-बार आंखों के आगे धब्बे दिखना भी माइग्रेन के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं दोस्तों माइग्रेन के लक्षण शुरू में तो काफी हल्के होते हैं मगर धीरे-धीरे इनमें तेजी आने लग जाती है वैज्ञानिकों के अनुसार माइग्रेन होने पर हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्तर प्रॉब्लम हो जाने से खून की नलियां खुलने लगती हैं और कई रसायन निकलते हैं इससे रक्त वाहिकाओं में बेहद दबाव और सूजन की स्थिति आ जाने से तेज सिर दर्द उठता है माइग्रेन से गंभीर रोगियों में हार्ट अटैक का खतरा भी हो सकता है माइग्रेन के दर्द में बेचैनी बढ़ने से मतली और उल्टी को भी मन करने लग जाता है माइग्रेन की संभावना बढ़ाने वाले कारणों में शामिल है ज्यादा कैफीन का सेवन तंबाकू गुटखा शराब या ड्रग्स का सेवन इसी तरह आधुनिक जीवन शैली के रुप में खाए जाने वाले चाइनीज व्यंजनों में आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले मसाले जिसे अजीनोमोटो या मोनोसोडियम ग्लूटामेट का नाम दिया जाता है इसका अधिक सेवन भी लंबे अरसे तक करना या फिर देर तक रखा हुआ मांस या पनीर का सेवन करना और शुगर फ्री के रूप में इस्तेमाल होने वाली गोलियां भी माइग्रेन को बढ़ा सकती हैं
दोस्तों माइग्रेन का यह दर्द शुरू होने पर कुछ घंटों तक रहता है हालांकि गंभीर रोगियों में यह लगातार कुछ हफ्तों और महीनों तक भी उन्हें परेशान कर सकता है एलोपैथिक इलाज में न्यूरो विशेषज्ञ माइग्रेन की गंभीरता के अनुरूप इसकी जांच कर इसके लिए दवाएं देते हैं और यह उपचार आठ से नौ महीने या इससे अधिक भी चल सकता है कई मामलों में ठीक होने के बाद भी रोगियों में दोबारा माइग्रेन का भयंकर सिरदर्द शुरू हो जाने की बात ही शोधकर्ता बताते हैं ऐसी हालत में विशेषज्ञ डॉक्टर बोटॉक्स इंजेक्शन से भी उपचार करते हैं मगर दोस्तों माइग्रेन को लाइलाज रोग नहीं है इसे कुछ आसान घरेलू उपायों से भी दूर किया जा सकता है इन से आपके शरीर को भी किसी तरह का नुकसान नहीं होगा इनमें से पहला प्रभावी उपाय है अदरक का सेवन जाने-माने वैज्ञानिक दल मेहंदी एयरटेल के शोधों के अनुसार अदरक में मौजूद कई फाइटोकेमिकल्स माइग्रेन के लक्षणों को रोकने और सिर दर्द को प्रबंधित करने में काफी सक्षम होते हैं अदरक को पीसकर पानी में उबाल सकते हैं और इसे चाय के रूप में सेवन किया जा सकता है।
आयुर्वेद में इसकी गोलियां और सिर्फ भी रोगियों के लिए उपलब्ध और दूसरा उपाय है अंगूर का रस सागर रस में पानी मिलाकर पीने से सिरदर्द में राहत मिल जाती है दिन में दो बार पीने से इसके कारगर परिणाम मिलेंगे दूसरा उपाय है दालचीनी का प्रयोग दालचीनी के पाउडर में जरा सा पानी मिला कर एक गाढ़ा सा पेस्ट बना लें और इसे माथे पर लेप के रूप में लगा लिया जाए तो करीब आधा घंटे बाद गरम पानी की मदद से इसे साफ करने पर माइग्रेन के दर्द की यह बेहतरीन औषधि बनेगा माइग्रेन के दर्द का सामना करने के लिए कैमोमाइल ऑयल या पेमेंट ऑयल का प्रयोग भी बेहद असरकारक होता है इन तेलों को गर्म करके इनकी भाप को वेपराइजर की सहायता से भीतर लेने पर सिर दर्द से प्रभावी राहत मिलना शुरू हो जाती है।
कैमोमाइल की पत्तियों को पानी में उबालकर एक कप में छान लें और शहद मिलाकर इसे चाय के रूप में सेवन करें तो सिर दर्द में बेहद लाभकारी परिणाम मिलेंगे ऐसा ही एक प्रयोग बताया गया है पुदीने की पत्तियों को पानी में उबालकर आयुर्वेदिक चाय के रूप में सेवन करने का यह भी सिरदर्द में लाभ कि होती है सीमित मात्रा में कैफीन भी सिर दर्द रोकने में मददगार होती है हालांकि ज्यादा मात्रा में कैफीन इसके उलटे परिणाम भी दे सकती है दोस्तों एक स्वस्थ जीवनशैली आपको भयंकर सिरदर्द की स्थिति से बचा लेती है आपको अपने शरीर में पानी की भरपूर मात्रा हमेशा रखनी चाहिए ताजा फलों क्या इनके जूस और कई तरह के सूप का सेवन रोजाना करना चाहिए और मौसम की शाक सब्जियों सलाद और दालों का सेवन करने के साथ ही सुबह-शाम नियमित व्यायाम करने की आदत और जल्दी सोने व जागने जैसी आदतों को अपने जीवन में शामिल कर लें तो माइग्रेन से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं दोस्तों यह सभी घरेलू उपचार सामान्य तौर पर होने वाले सिर दर्द को ठीक करने में बेहद कारगर है मगर माइग्रेन की गंभीर स्थिति या इसके बार-बार परेशान करने पर किसी विशेषज्ञ से जांच करवाकर किसका उपचार करवाना ही बेहतर होगा आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। दोस्तों मिलते हैं अगली पोस्ट में एक नए विषय के साथ नमस्कार
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